Ehsaas Shayari

Khuda Intezar Neend Ehsaas Shayari

खुदा एक बार उसे यह एहसास दिला दे
कितना इंतज़ार किया है ज़रा उसे बता दे
हर पल देखते हैं रास्ता उसी का
ना इंतज़ार करना पड़े मुझे ऐसी नींद सुला दे


हमारी हर ख़ुशी का एहसास तुम्हारा हो
तुम्हारे हर ग़म का दर्द हमारा हो
मर भी जाए तो हमें कोई ग़म नही
बस आख़िरी वक़्त साथ तुम्हारा हो


Rishte Vishvas Ehsaas Shayari Hindi Image

पल-पल से बनता है एहसास
एहसास से बनता है विश्वास
विश्वास से बनते हैं रिश्ते
और रिश्ते से बनता है कोई खास


एहसास शायरी


ये मोहब्बत है कि एहसास है महरूमी का
मेरी आँखों में बहुत कुछ है ज़बानी कम है
ज़िंदगी जैसी तवक़्क़ो थी नहीं कुछ कम है
हर घड़ी होता है एहसास कहीं कुछ कम है

याद आए तो आँखें बंद न करना
हम चले भी जाए तो गम न करना
यह ज़रूरी नही की हर रिश्ते का कोई नाम हो
पर प्यार का एहसास कभी दिल से कम न करना

Mohabbat Deewana Ehsaas Shayari

मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है
कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है
यहां सब लोग कहते हैं मेरी आंखों में आंसू हैं
जो तू समझे तो मोती है जो ना समझे तो पानी है


Ehsaas Shayari In Hindi


मेरी हर धड़़कन में जिक्र है तुम्हारा
मेरी हर साँस पे नाम है तुम्हारा
तुम बसे हो दिल में कुछ ऐसे
की हर लम्हा एहसास बस होता है तुम्हारा

कुछ एहसासों के साये दिल को छू जाते हैं
कुछ मंज़र दिल में उतर जाते हैं
बेजान गुलशन में भी फूल खिल जाते हैं
जब ज़िन्दगी में आप जैसे दोस्त मिल जाते हैं

Yaad Deedar Pyar Ehsaas Shayari In Hindi

याद करने से किसी का दीदार नहीं होता
युही किसी को याद करना प्यार नहीं होता
यादों में किसी की हम भी तड़पते है
बस उन्हें हमारे दर्द का एहसास नहीं होता


Shayari On Ehsaas


एहसासों को विराम दो अब
इन रिश्तों को नाम दो अब
लबों की लबों से बुझती नही प्यास
किसी और चीज़ का जाम दो अब
मेरे नाम की मुझको शाम दो अब


Ishq Mohabbat Aaina Shayari On Ehsaas

एहसास के दामन मे कभी आँसू गिरा के देखो
इश्क़ कितना सच्चा हे कभी आज़माँ कर देखो
मोहब्बत को भूल कर क्या होगी दिल की हालत
कभी कोई आईने को ज़मीन पर गिरा कर देखो


Door Paas Ibadat Prathna Puja Vishvas New Ehsaas Shayari

दूर है तू मगर मैं तेरे पास हूँ
दिल है गर तू तो दिल का मैं एहसास हूँ
प्रार्थना या इबादत या पूजा कोई
भावना है अगर तू मैं विश्वास हूँ


Bayan Aalas Bebasi Dard Ehsaas Shayari Sad

कैसे बयान करे आलम दिल की बेबसी का
वो क्या समझे दर्द आंखों की नमी का
उनके चाहने वाले इतने हो गये की
उन्हे एहसास नहीं हमारी कमी का


Ehsaas Shayari In Hindi Image


उन्हे एहसास हुआ है इश्क़ का हमे रुलाने के बाद
अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद
क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया
यहाँ लोग भूल जाते ही किसी को दफनाने के बाद

बस एक कलम हूँ मैं
हर रंग के रिश्ते में डूबकर खुद को ही रंग रही हूँ मैं
जिंदगी के पन्ने में जिम्मेदारी संग लिए दौड़ रही हूँ मैं
कभी एहसासों और अल्फाज़ो में छुप कर बह रही हूँ मैं
वक्त की बंदिश मैं कैद होकर धीरे-धीरे चल रही हूँ मैं
किसी किताब के कोरे कागज पर अपनी छाप छोड़ रही हूँ मै

Ehsaas Ki Shayari

Mehsoos Tadap Pyas Yaad Saans Ehsaas Ki Shayari

महसूस होते हुए एहसासों का मिलना
यूँ तड़प कर के दो प्यासो को मिलना
अक्सर याद आता है मुझे मेहब्बत में
उसकी साँसों से मेरी साँसों का मिलना


तुम्हें सोच कर जो हम मुस्करातें है
वो तुम हो
तुम्हें याद करके रात भर जागते है
वो तुम हो
तुम्हें ख्वाबों में नही एहसासों में समाया है
वो तुम हो

Ehsaas Shayari 2 Line


बात सहरा में चली जब हमारी प्यास की
दूर तक फैली रही फिर चाँदनी एहसास की

Mohabbat Ehsaas Shayari 2 Line

मोहब्ब्बत के एहसास ने हम दोनों को छुआ था
फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था और मुझे हुआ था


तुम दूर हो मगर दिल में ये एहसास होता है
कोई है जो हर पल दिल के पास होता है

तन्हाई के लम्हात का एहसास हुआ है
जब तारों भरी रात का एहसास हुआ है

तू मिला है तो ये एहसास हुआ है मुझको
ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिये थोड़ी है

Ehsaas Shayari Hindi

Roshni Andhera Ehsaas Shayari Hindi

रौशनी दर पे खड़ी मुझ को बुलाती क्यूँ है
मैं अँधेरे में हूँ एहसास दिलाती क्यूँ है


Takleef Ehsaas Shayari Image

तकलीफ़ मिट गई मगर एहसास रह गया
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मिरे पास रह गया


किसी के पैगाम को ज़रा प्यार से पढ़ा कीजिये
किसी की चाहत का एहसास किया कीजिये

कितना प्यार है तुमसे वो लफ़्ज़ों के सहारे कैसे बताऊँ
महसूस कर मेरे एहसास को गवाही कहाँ से लाऊं

Ehsaas Shayari Love


भरी महफ़िल में भी रहूँ पर तुम्हारी ही कमी का एहसास होता है
तुम्हारे साथ होने से सब के पास होने का एहसास होता है

Sakhs Ehsaas Shayari Love

अपने होने का कुछ एहसास, न होने से हुआ
ख़ुद से मिलना मेरा, इक शख़्स के खोने से हुआ


दोस्ती में ना कोई वार ना कोई दिन होता हैं
ये तो वो एहसास है जिसमे बस यार होता हैं


Ek Ehsaas Shayari

Aas Soch Sawal Mazal Khayal Ek Ehsaas Shayari

एक आँस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम
एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा खयाल और बस तुम


मेरे आँगन के सन्नाटे को तेरी पायल की झंकार चाहिए
झम-झम बरसते एहसास-ए-सावन में तुम्हारा प्यार चाहिए

कौन तन्हाई का एहसास दिलाता है मुझे
ये भरा शहर भी तन्हा नज़र आता है मुझे

एक एहसास तेरा मुकम्मल जिंदगी मेरी
एक खुशी तेरी सौ दुआ-ए-रूह मेरी

उस को खो देने का एहसास तो कम बाक़ी है
जो हुआ वो न हुआ होता ये ग़म बाक़ी है

मेरे अल्फ़ाज़ में जो रंग है वो उस का है
मेरे एहसास में जो है वो फ़ज़ा उस की है

मोहब्बत तो एक एहसास है
जिससे हो जाए वही खास है

थक सी गयी हूँ खुद से ए दिल बस अब कोई ख्वाईश ना कर
वो मेरा है और हमेशा मेरा रहेगा बेवज़ह एहसासों की नुमाइश ना कर

Sad Feeling Quotes


ये मत पूछ के एहसास की शिद्दत क्या थी
धूप ऐसी थी के साए को भी जलते देखा

उनके एहसासों की महक ना हो जिसमें
या खुदा दूर ही रखना वो हवाएं मुझसे

कुछ अधूरे एहसासों ने ही थामा है हर पल
चाँद तो पूरा हो कर भी रात का न हुआ

न था ज़ियादा कुछ एहसास जिस के होने का
चला गया है तो उस की कमी बहुत आई

टूटा हो दिल तो दुःख होता है
करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है

मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा अहसास तक नहीं

न लफ़्ज़ों से न एहसासों से
मैं लिखती हूँ बस तुम्हारी यादों से

सौ सौ एहसास छुपे हैं मेरे एक एक लफ्ज़ में
ख़ुदा जाने तुम कितना समझ पाते हो

एहसास शायरी हिन्दी


मेरे लिए एहसास मायने रखता है
रिश्ते का नाम चलो तुम रख लो

जागना भी कबूल है तेरी यादो मे रात भर
तेरे एहसासों मे जो सुकून है वो नींद मे कहां

तुम लाख छुपाओ चेहरे से एहसास हमारी चाहत का
दिल जब भी तुम्हारा धड़का है आवाज़ यहां तक आयी है

बसंत की शीतल सी बहार जब मुझे छू कर गुजरती है
तब वो महसूस मुझे तुम्हारे एहसासों सी होती है

सब भूल जाता हूँ आप के सिवा यह क्या मुझे हुआ है
क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है

महज किसी का मिलना या बिछड़ना प्यार नही
एक एहसास जो आख़िरी-सांस तक साथ रहे वही प्रेम है

अपनी हालत का ख़ुद एहसास नहीं है मुझ को
मैं ने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मैं

Shayari Aur Ehsaas


मैं उस के सामने से गुज़रता हूँ इस लिए
तर्क-ए-तअल्लुक़ात का एहसास मर न जाए

ऐ खुदा लोग बनाये थे पत्थर के अगर
मेरे एहसास को शीशे का न बनाया होता

होगा तुझे भी मेरी कमी का एहसास
एक बार मुझे मर तो जाने दो

बस एक एहसास की कमी है उसमें
वरना चाहत में बेमिसाल है वो

ख़ुदा ऐसे एहसास का नाम है
रहे सामने और दिखाई न दे

किसी से बस इतना ही नाराज होना
कि उसे आपकी कमी का एहसास हो जाए
इतना भी नाराज मत होना कि
उसे आपके बिना जीने की आदत पड़ जाए

Ehsaas Shayari Fb


उम्र लग जाती है एहसासों को अल्फाज देने में
फक़्त दिल टूटने से कोई शायर नहीं बनता

ये ऱूखसार सुर्ख़ थे एहसासों से तेरे आज इनपर
तेरे नाम का ज़र्द एहसास है क्या

माँ के एहसास की परछाई मेरे साथ है हर पल
फिर मै यह कैसे कह दूँ कि मेरे पास मेरी माँ नही

अब तो एहसास-ए-तमन्ना भी नहीं
क़ाफ़िला दिल का लुटा हो जैसे

तू रहना बेख़बर मेरे एहसासों से
फिर भी सारी उमर शिद्दत से चाहेंगे तुझे

कुछ तो एहसास-ए-मोहब्बत से हुईं नम आँखें
कुछ तेरी याद के बादल भी भिगो जाते हैं

थोड़ी ख़लिश होगी थोड़ा सा ग़म होगा
तन्हाई तो होगी एह्सास कम होगा
गहरी ख़्हराशों की गहरी निशानियाँ हैं

जिंदगी में ऐसे लोग भी मिलते है
जो वादे तो नहीं करते लेकिन
निभा बहुत कुछ जाते है
अक्सर वही रिश्ते
लाजवाब होते हैं
जो एहसानों से नहीं
एहसासों से बने होते हैं

Ehsaas Status


वजूद शीशे का हो तो पत्थरों से मोहब्बत नहीं करते
एहसास-ए-चाहत ना मिले तो हस्ती बिखर जाती है

अब तो ये भी नहीं रहा एहसास
दर्द होता है या नहीं होता

स्याही एहसासों की शब्द प्रेम के कलम बन गयी
धड़़कन दिल बन गयी किताब और लो बन गयी
इश्क़ की इन नई दास्तान

मुश्किल ही लगता था उन एहसासों को भूल पाना
पर ये ज़रूरी तो नही की हर मुश्किल सिज़ नामुमकिन ही हो

शबनम हैं या ख़्वाब उतरें हैं गुलों पर
एहसास-ए-मोहब्बत का अंदाज़ सराबी

शब्द एहसासों को सहारा देते है
पर कुछ एहसास ख़ामोशी में संवरते है

मामूरा-ए-एहसास में है हश्र सा बरपा
इंसान की तज़लील गवारा नहीं होती

कुछ रंग बिखरे हैं अल्फाजों में
कुछ रंग उड़ रहे एहसासों में
हर रंग आज छू कर तुम्हें
घुल कर समा रहें हैं मेरी सांसों में

क्या लिखूं और कितना लिखूं दिल के एहसासों को
जिंदगी भरी पड़ी है सब अनकहें अल्फाज़ों से

वो ज़ुल्म भी अब ज़ुल्म की हद तक नहीं करते
आख़िर उन्हें किस बात का एहसास हुआ है

आगही कर्ब वफ़ा सब्र तमन्ना एहसास
मेरे ही सीने में उतरे हैं ये ख़ंजर सारे

जिसकी दीवारें तो बरकरार हो
मग़र उजड़ी हुई

सहेज रही हूँ खुद को अपने ही अल्फाजों से
बदल रही हूँ अपना कल शब्दों के एहसासों में

एहसासों की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में
रेत भी सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है

इन से ज़िंदा है ये एहसास कि ज़िंदा हूँ मैं
शहर में कुछ मेरे दुश्मन हैं बहुत अच्छा है

एहसासों के धागों में पिरोया था मैंने
उसे जो मेरा कभी हुआ ही नही

याद तो सब की आती है मगर
तुम्हारी याद का एहसास ही
कुछ खास होता है

एहसासों के पांव नहीं होते
फिर भी दिल तक पहुंच ही जाते हैं

मेरी लिखी बात को हर कोई समझ नहीं पाता
में एहसास लिखता हूँ और लोग अल्फाज़ पढ़ते हैं

बस एक बार ही होता है असर
दिल पर एहसासों का
ये इश्क़ है साहिब सौ बार नही होता

अपनी तस्वीर बनाओगे तो होगा एहसास
कितना दुश्वार है ख़ुद को कोई चेहरा देना

जागना भी कबूल है तेरी यादों में रात भर
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ

ये अलग बात कि एहसास जुदा हों वर्ना
राहतें एक सी अफ़सुर्दगियाँ एक सी हैं

मंद-मंद सी बयार भी मुझमें सौ ख़्बाव जगाती है
ना चाहते हुए भी ये धड़़कने तुम्हारे लिए मचलती है

कभी कभी ये सोचती हूँ
तेरे एहसासों के बग़ैर तन्हा
मक़ा सी तो दिखूंगी

इतनी चाहत के बाद भी तुझे एहसास ना हुआ
जरा देख तो ले दिल की जगह पत्थर तो नहीं

एहसासों की दुनियां को इस कदर साथ मिल जाय
काश वो रूठ के गले लगे और पूछे क्या हुआ चलो
फिर से मुस्कुराया जाय

तुम्हारा एहसास आज भी
तुमसे ज्यादा अजीज है

एहसास-ए-मुहब्बत के लिए बस इतना ही काफी है
तेरे बगैर भी हम तेरे ही रहते हैं

दर्द का एहसास तो तब होता है
जब किसी से मोहब्बत हो और
उसके दिल में कोई और होता है

मुक़द्दर से अब कोई शिक़ायत नहीं रही
जो एहसासों में जी लिया हक़ीक़त से कम नहीं

सिर्फ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो

सदाए अपने सुरोंसे उठकर चली गयी है
बस एक एहसास की ख़ामोशी है-गूँजती है
बस एक तकमील का अँधेरा है-जल रहा है

ये आँखें जो चमकती थी तेरी मुहब्बत से
आज इनमें तेरे इंतज़ार की चमक दिखती है क्या

ये कैसी रोशनी है कि एहसास बुझ गया
हर आँख पूछती है कि मंज़र कहाँ गए

एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए
पर तब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा

आँखों से एहसासों को पढ़ लिया करो
की ज़ुबाँ कभी कभी दिल का साथ नही देती

अपनी हालात का ख़ुद एहसास नहीं मुझको
मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूं मैं

तमन्नाएं तो बहुत अधूरी पड़ी तो है जहन में
फिर भी आख़री दीदार मयस्सर हो अगर
तुमसे पूछ लूँ कैसी लगती हूँ अब मैं