Kun Faya Kun Quotes


वह जो पत्थर में कीड़ों को पाल सकता है
वो ही कोई रास्ता निकाल सकता है
जो कुन फाया कुन का मालिक है
एक वो ही ये मुसीबत टाल सकता है

या रब मेरी फरियाद सुन
मेरी दुआओं पर कह दे कुन फाया कुन

मेरा अपना कोई कमाल नहीं
सब तेरे कुन का है मोजिज़ा
तू कह देता है और हो जाता है
मगर तेरी रहमत से नाम मेरा भी
मशहूर हो जाता है...

कभी देकर तो कभी लेकर आजमाता है
यह मेरा रब का फैसला है
वो अपनी कुन का जलवा
सबर करने वालों को दिखाता है

कुन फाया कुन शायरी


अगर तुम किसी से मोहब्बत करते हो तो
उसको इतना पकीजाह रखो कि
जब अल्लाह तुम दोनों को एक साथ देखे
तो कहे कुन फाया कुन

वो कुन कह देता है ना तो
फिर नामुमकिन कुछ नहीं होता

तेरे डमरू से ही है मेरे धडकनों कि धून
तेरे दर पर ही आकर मिली है
मुझे कून फाया कून

Kun Faya Kun Status


मैंने रो रो के खुदा से मांगा तुझे
और काश ऐसा हो के
खुदा तुझे कहे कुन और
तू कहे फाया कुन

एक अल्लाह का कुन और तेरी हां
इस दो के दरमियां मेरी जिंदगी गुजर गई

अब तो दे ही दे तू सदा-ए-कुन फय कून
एक मुद्दत हुई मै सजदे में ही हूं

तेरे चेहरे पर उदासी मुझसे
बर्दाश्त नहीं होती
काश मैं खुदा से मांगू तेरे लिए दुआ और
खुदा बस कहदे कुन फाया कुन

वो सिर्फ कहता है कुन और
चीजें वजूद में आ जाती है
वक्त से पहले, गुमान से आगे
समझ से बाहर कुन फाया कुन

Kun Faya Kun Captions


वह जो मालिक-ए-कुन फाया कुन है
वह कहानी को बदल भी सकता है

रख के तेरे कुन पे यकीन मौला
उस शख्स से बेइंतहा मोहब्बत कर बैठे हैं

शायद है मोहलत खत्म होने को सुन
आ रही है सदा फिर से यहां कुन फाया कुन

उसके एक उनके सामने
बेकार है दुनिया की सभी रुकावटें